सूर्ये पुत्र है शनिदेवता
सूर्ये पुत्र है शनिदेवता जिनकी निराली जग में बड़ी शान, गुड तिल तेल से इन्हें जो पूजे देते उन्हें मंवांचित
सूर्ये पुत्र है शनिदेवता जिनकी निराली जग में बड़ी शान, गुड तिल तेल से इन्हें जो पूजे देते उन्हें मंवांचित
प्रेम सदा भरपूर रहे शनि देव के चरणों में करे अर्जी मेरी मंजूर मेरे शनि देव के चरणों में प्रेम
माँ छाया से दया मिली है, सूर्ये से जिसने तेज है पाया, शिव की तपस्या कर के शनि ने, अतः
करे जो नाश संकट का शनि देव शिगनापुर वाले जगा दे आस जीवन में शनि देव शिगनापुर वाले मेरी ये
आज कलयुग में चमत्कार तुमने सुना है, शनि शिंगणा पुर गांव इक तीर्थ बना है, है पुरानी बात बारी बरसात
शनि कहे बजरंग बली से सुनो वीर हनुमान चलो साथ में दोनों मिल कर भगतो का कल्याण कुछ आप की
शनि देव मेरी नैया उस पार लगा देना अब तक तो निभाया है आगे भी निभा देना शनि देव मेरी
सूर्ये देव के लाल तुम छाया माँ का नाम, शनि देव जी आप को बारम बार परनाम प्रभु जी बारम
आज शनिवार है शनि जी का वार है, इक बार जो दर्शन करले उसका बेडा पार है, शनि के मंदिर
कागा की करते हो असवारी, जय जय शनि देव बलकारी, जय शनि देवा बोलो जय शनि देवा, नो नो ग्रहो