जय शम्भू जय जय शम्बू
काशी वाले देवघर वाले, भोले डमरू धारी खेल तेरे हैं निराले शिव शंकर त्रिपुरारी जयति जयति जय कशी वाले, काशो
काशी वाले देवघर वाले, भोले डमरू धारी खेल तेरे हैं निराले शिव शंकर त्रिपुरारी जयति जयति जय कशी वाले, काशो
आसमान से फूलो की बरसात हो गई गोरा तेरी शादी शंकर से हो गई नील कंठ पे फूलो की बरसात
गांजो पिले रे सदा रे शिव जी भोला अमली गांजो पिले रे। फुले तो लगाइ रे शिव जी हरी हरी
आ गये हम तो तुम्हरी नगरियाँ भोले लेलो हमारी न खबरियां सुख की बरसादो हम पे बदरियाँ करदो करदो दया
ओ वर तेरा निक्का जेहा गोरा की जिहदे नाल लगी आ तू करन व्याह ओ वर तेरा छोटा जेहा गोरा
ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय, हर हर भोले
भोले बाबा का वंदन आसन होता है इन्हें जल चड़ाने से कल्याण होता है भोले बाबा का वंदन आसन होता
कोई कवे से भुत नाथ कोई क्वे लंगोटे वाला से, उस बाबा का भजन करू सु लेके कंठी माला से,
दर ते बिछाया तेरे पल्ला ओ शंकरा दर ते बिछावां तेरे पल्ला , मेरे भोलेया दर ते बिछावां तेरे, जे
उज्जैन में हर रंग के दीवाने मिलेंगे, आपस में बड़े प्यार से बेगाने मिलेंगे, हर और से आते हैं दर्शन