मस्त मलंग रे मस्त मलंग रे मस्त मलंग मेरा भोला
मस्त मलंग रे मस्त मलंग रे मस्त मलंग मेरा भोला, इक अजब नशा सा इक गजब नशा सा भोले तेरी
मस्त मलंग रे मस्त मलंग रे मस्त मलंग मेरा भोला, इक अजब नशा सा इक गजब नशा सा भोले तेरी
बम भोले बम भोले गा ले आया सावन तू कावडे उठा ले, कावड़ में गंगा जल भर पिंडी पे जल
मेरे शंकर डमरू वालेया तेनु पूजे दुनिया सारी, तीन लोक दा मालिक बाबा शिव भोला भंडारी, मेरे शंकर डमरू वालेया
जो मांगोगे सो पाओगे कभी सब को ये मिल कर गाओ गे बोलो भोले नाथ की जय बोलो भूत नाथ
तेरा इनकार करना नही ठीक है मेरा भंगिया से नाता बड़ा नजदीक है मेरी इतनी सी बात जरा कर ख्याल
गौरा जी को भोले का योगी रूप सुहाया है, इसी लिए तप करके भोले नाथ को पाया है, कैलाश पर्वत
भोलेनाथ मेरे भोलेनाथ मेरे महाकाल मेरे महाकाल मेरे भोलेनाथ मेरे भोलेनाथ मेरे महाकाल मेरे महाकाल मेरे भोलेनाथ मेरे भोलेनाथ मेरे
सारा जमाना मेरे भोले का दीवाना जीना हो सिर उठा के शरण में इनकी आना विश्वाश दिल से करले हर
झूठी दुनिया से मन को हटाले ध्यान भोले जी के चरणों में लगाले नसीबा तेरा जाग जाएगा, नसीबा तेरा
मुझको भी करदे खुशहाल मेरे भोले बाबा कब तक रहूगा इस हाल, मैंने सुना के तू दयालु बड़ा है, जिस