चलो अमर नाथ चलिये
कट चुके चौरासी सब दी जून सफल हो जानी, चलो अमर नाथ चलिये सुनिए शिव तो अमर कहानी, शिव शंकर
कट चुके चौरासी सब दी जून सफल हो जानी, चलो अमर नाथ चलिये सुनिए शिव तो अमर कहानी, शिव शंकर
शिव शंकर डमरू वाले मेरा सहारा तू है, लोका दे लखा सहारे मेरा सहारा तू है, तेरा डम डम डमरू
आये ने मेरे भोले नाथ बैल उते होके सवार जी, गोरा मैया नु लेके साथ बैल उते होके सवार जी,
देखो झूम रहा कैलाश सारे गणपत की बोल रहे जय जय, सारा नाच रहा कैलाश सारे गणपत की बोल रहे
कैलाशपति आओ, अब देर लगाओ ना, सुन लो सुन लो हे जटाधारी, मेरी आस पुराओ ना, दीवाना दिल पागल, बन
भाजन दे रे भोले नाथ डमरू भाजन दे, कैलाश में बैठा डेरा जमा के, माँ पारवती भी साथ डमरू भाजन
सब भगता दिया रीजा पुगाइयाँ भोले ने, दर ते नच्दे भगत प्यारे मौजा लाइया भोले ने, सब नु वंड दा
जो भी आता शरण में स्वीकार करते है सब की अर्जी पे भोला विचार करते है, शिव से ही रखना
भोले नाथ चले गोरा रानी को बिहाणे, मस्ती में आज लगे डमरू बजाने, भोले नाथ ने खेल रचाया , नंदी
प्रभु मेरे मन को बना दे शिवाला, तेरे नाम की मैं जपु रोज माला , अब तो मनो कामना है