
तेरी कावड़ लेके चाले गूंजे बम बम की जय कार
तेरी कावड़ लेके चाले गूंजे बम बम की जय कार, तुम देव मेरे निराले तेरी माया अप्रम पार, तेरी कावड़

तेरी कावड़ लेके चाले गूंजे बम बम की जय कार, तुम देव मेरे निराले तेरी माया अप्रम पार, तेरी कावड़

जय शिव शंकर भोले नाथ, देवो के तुम देव हो नाथ, हे शिव शंकर भोले नाथ, जय शिव शंकर भोले

ढोल नगाड़े भजते है बाबा तेरे मंदिर में, नित नये मेले लगते है भूत नाथ के मंदिर में हो, दरबार

भांग रगड़ के पिलाऊ भोला मुड़ बना ले ने, चल हरिद्वार चालागे नंदी तेरा सजा ले ने, भर भर लौटे

तेरे चरणों में सिर को झुकाती रहु, तेरे गुण गान भोले मैं गाती रहु, ॐ नमः शिवाये,ॐ नमः शिवाये, तेरे

हाथ सिर बढ़ कर तुम आज रखो, अवढरदानी भोले शंकर आ कर पड़ा हु तेरे दर पर आकर मेरी लाज

मेरा इतना कहना तू पूजा दे रे भोले, मने हरिद्वार का मेला तू दिखादे रे भोले, मेरा ढीला हो गया

सारे जग में तेरे नाम का डंका भज गया से, माँ पारवती के संग में बाबा भोला सज गया से,

मैं भोले का बम भोले का जय शिव शंकर महादेव का, मैं लाड़ला भोले बाबा का, तू बम भोले बोल

ओ भक्तो कावड़ उठा कर चलो बाबा के द्वार, बाबा धाम में यहाँ लगा शिव दरबार, सुलतान गंज जल भर