बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा, दुनिया की हर एक शय पे शिव शम्भु का राज है, सूखे फूलो
बिगड़ी किस्मत को बनाता भोले भंडारी मेरा, दुनिया की हर एक शय पे शिव शम्भु का राज है, सूखे फूलो
भोले से जो प्रीत बढ़ाये सदा ही सुख पाये, के पग पग राह दिखाए बाबा का प्यार दुलार, भोले की
कोई देवता नही है भोले नाथ की तरह, लुटा ते है खजाने बड़े साब की तरह, शिव ने हमारे वास्ते
भोले बम के नारा से गूंज रहा जग सारा, बड़ा ही प्यारा लागे देवघर का नजारा, हवाओ में अज़ाब सा
हर हर बम बम गूंज रहा है अब सारे संसार में, चलो रे भाई जल को चढ़ाने भोले के दरबार
जो सुख मिलता काशी जाके, जो फल मिलता गंगा नहा के, वो घर बैठे पाओगे इक लोटा जल शिव को
सिर पे तेरे गंगा मियां गले में तेरे सर्पो की माला, विष पिया तूने जेह्रीला हो गया तेरा रंग भी
चलो चलो कावड़ियाँ शिव जी के दरबार, काली घटाए जब छाये सवान रिम झिम पड़े बुहार, चलो चलो कावड़ियाँ शिव
ओम महाकाल के काल तुम हो प्रभो गुण के आगार सत्यम शिवम सुंदरम। कर में डमरू लसे चंदमा भल पर
भोला सूझी क्या बुढ़ापे में तुझे पिये रहते हा पिये रहते भांग का गोला ओ भोला…… हम से तो अच्छी