
भोले को चढ़ गई भांग
मेरे भोले को, चढ़ गई भांग, भोला नाचे रे, और डम डम डंमरू वाजे, कि भोला नाचे रे, *बम नाचे,

मेरे भोले को, चढ़ गई भांग, भोला नाचे रे, और डम डम डंमरू वाजे, कि भोला नाचे रे, *बम नाचे,

ॐ नमः शिवाय बोलो ॐ नमः शिवाय शिव रात्रि त्यौंहार आ गया शिव रात्रि त्यौंहार शिव की मंगलमय भक्ति का

सारे मंदिर च बज्दे ढोल भोले तेरी शिवरात्रि, बम भोले दे जैकारे रहे बोल बोले तेरी शिवरात्रि, सारे मंदिर ते

अरे नाग गले में डाले चंदा माथे पे यु सजाये है, बसम बभूति लगा के वो तो नंदी पे बैठे

डमरूवाला बड़ा दिलवाला डमरू वाला है जग रखवाला, पेहने सर्पो की माला, पीते जेहर का प्याला, ये तो भूतो के

मेरे शिव शंकर जी आये है आज नचना ही पैना, प्रेम रंग बरसाए है आज नचना ही पैना, माँ गोरा

मैया जी मुझे भोले के दरश करा दे भोले के दरश करा दे ओ मैया शंकर जी से मिलवा दे

॥ सार्थशिवताण्डवस्तोत्रम् ॥ ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ जटा टवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले, गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम् । डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं,

लगन निकाले नारद बाबा, देख गौरी के हाथ, गौरी की शादी है, भोले बाबा के साथ, गौरी की शादी है,

हे गौरा तोहरो सजनवा न, तोहरो सजनवा किछुओ ने बुझे से औढर धरनमा न जेकरा नेय कहियो देखलौ जनम भर,