
ओम नम शिवाय
ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय कैलाश पर्वत तो शिवजी आये विच
ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय हरी ओम नमः शिवाय कैलाश पर्वत तो शिवजी आये विच
शुभ शुभ शुभ ……. शिव नाम जापे जा जापे जा सुबह श्याम॥ अंत समय में आएगा यही नाम तेरे काम
तन मेरा मंदिर और मन है शिवाला , इसमें बसा है जी बस डमरू वाला, दिन रात जपता हु बस
मैं जोगन बन जाऊ गी शम्बू तोहे कारन, शम्बू तोहे कारन, बाबा तोहे कारन, मैं ढम ढम वांगु नचदी फिरा,
भोले तेरी आ मैं तेरी होके रहना दुनिया तो की लेना शेर बोलिया मैनु गंगा बना लेयो तेरे जटा विच
डमरू तेरा शिव शंकर डमरू वालिया, तेरे डमरू दी मतवाली हो गई गोरा, धरती अम्बर ते पताले धुमा पे गिया,
शिव रात दिया शिव नु बदईया, है सज गई हिमाचल दी वादी, आज शिव पारवती दी है शादी , केलाश
जटा कटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिम्प निर्झरी, विलो लवी चिवल्लरी विराजमान मूर्धनि, धगद् धगद् धगज्ज्वलल् ललाट पट्ट पावके, किशोर चन्द्र शेखरे रतिः
तेरे साथ रहना मुश्किल, हो गया है मेरा भोले, हो गया है मेरा तुझको, जाऊँ छोड़ के, तू पीना भांग
आ गौरा तैनु जंज दिखावा, देख महल ते चढ़के ओ पतिदेव तेरा, आया बैल ते चढ़के ओ पतिदेव तेरा, भैरो