
सझ रहे मेरे भोले नाथ दुलहा बन के
सझ रहे मेरे भोले नाथ दुलहा बन के, सझ रहे मेरे भोले नाथ लाडा बन के, दूल्हा वो बन के
सझ रहे मेरे भोले नाथ दुलहा बन के, सझ रहे मेरे भोले नाथ लाडा बन के, दूल्हा वो बन के
इको जहे ने सारे एथे ख़ास ना कोई आम है, आजो सारे नाचिये भोले दा लेके नाम है, रंग बन
लाखो दानी देखि लेकिन तेरी अलग कहानी, भोले दानी जय हो भोले दानी, बाबा भोले दानी… तुमने कोई नहीं की
शंकर दा घोटा – ला घोटा, कुंडे विच सोटा – ला घोटा, शिव दे मस्त मलंग जो भग्तो, ऱज
बम बम बम ब-बम ब-बम बम बम बम बम गल सर्पो की माला है माथे चंदा चमकाए नंदी पर है
गोरा बोली भोले से,कब बरात लाओगे, इन चांदनी सी रातों में,दुल्हन कब बनाओगे॥ इधर मेरे मेहंदी लगे,उधर तुम्हरे भस्मी चढ़ें,
शौकीन भस्मों का बैठा है श्मशान में, जो है देवो का देव जो कहलाये महादेव , सारी दुनिया जहां में,
ओहदा डम डम डमरू बोल्दा जदो शिव पी लेंदा भंग, फिर धरती अम्बर डोल्दा सब देख रह जांदे ढंग, ओहदा
झूम रहा सारा कैलाश भोले जी की भगति में, भोले जी की भगति में भोले जी की भगति में, देखो
दूल्हा बन के चले है भोले बाबा, देखो जी शिव रात आ गई, चलो गोरा को देने वधाई शिव की