मिले के ने कावड़िया बोले बम बम भोले नाचे गे हम
हे गोरा जी पायल बोले छम छम भोले जी का डमरू बोले डम डम, मिले के ने कावड़िया बोले बम
हे गोरा जी पायल बोले छम छम भोले जी का डमरू बोले डम डम, मिले के ने कावड़िया बोले बम
भजदे ने ढोल आया होली दा त्यौहार जी, नच्दे भगत सारे बनके कतार जी, सब आये ने भगत रंग लेके
छोटे से मेरे गणपति देवा चल ठुमक ठुमक कर आ जाओ, रेशम डोरी चन्दन पटली तुम झूला झूलने आ जाओ,
चलो अमरनाथ भोले शंकर बाबा के द्वारे, शुभ शिवलिंग के दर्शन करके कष्ट मिटे गे सारे, पर्वत पे इक गुफा
शिव की नगरी का सूंदर नजारा बड़ा, शिव खोड़ी चलो देख ते देख ते, ये प्रकति ने भाखेरी है सूंदर
शिव अदभुत रूप बनाए, जब ब्याह रचाने आए भुत बेताल थे, सब्ग में चंडाल थे, कैसी बारात सिव सजाए, जब
सावन का है मस्त महीना मन मस्ती में डोले, काँवरिया हर हर बम बम बोले मस्ती में देखो सब झूम
मेरे भोले की महिमा जग से निराली है, जो भी दरबार गया लौटा नहीं खाली है, हम है बगिया के
तकदीर बदल ती देखि है इंसान बदल ते देखे है, वो बदले रिश्ते नाते यार भगवान बदल ते देखे है,
जोगन जोगन हां जोगन जोगन हां जोगन जोगन , लगा के बसम चंदन कपड़ा गिर्वा दारान, करके बन गई मैं