
धन धन भोलेनाथ बाट दिये
धन धन भोलेनाथ बाट दिये तीन लोक एक पलभर में ऐसे दिन दयाल हो शम्भु भरो खजाना पलभर में प्रथम

धन धन भोलेनाथ बाट दिये तीन लोक एक पलभर में ऐसे दिन दयाल हो शम्भु भरो खजाना पलभर में प्रथम

सुन ले डमरू वाले मुझे तेरा ही सहारा तेरा ही सहारा मुझे तेरा ही सहारा दूर दूर तक डमरू वाले

तेरे सर पर गंगा की धारा माथे पे चाँद चकोरा गूंजे है नाद शम्भू नाथ रे जय जय भोले नाथ

काँवरियों के संग कावड़िया हा सबके कंधे धरी कावड़ियाँ, बोले सब मिल के बम बम हर हर बम हर बम

ॐ महाकाल जपो जय जय महाकाल, कालो के काल बोलो जय श्री महाकाल ॐ महाकाल जपो जय जय महाकाल, भगती

भोले बाबा ने ऐसा “वजाया डमरू-॥”, सारा कैलाश परबत मग्न हो गया स ॥ सुन डमरू की आवाज़ ब्रह्मा चले

मेरा भोला मस्त मलंग मेरा भोला मस्त मलंग आक धतुरा खावे पीवे घोट घोट के भंग मेरा भोला मस्त मलंग

तांबे के लोटे में घोटी जो भांग भोले हमारे हुए भागबान ये भांग बड़ी सस्ती है लेकिन इस में मस्ती

छोड़ के सारी चिंता छोड़ के सारे गम, बोलो बम बम बम, सच्चे मन से जप के देखो जादू शिव

तन मन की सुध विसर गई है , सन्मुख भोले नाथ खड़े है इक टक सारे देख रहे है पार्वती