
भोले का मेला आ गया
भोले का मेला आ गया नाच रहे कावड़ियाँ, सावन का वेला आ गया नाच रहे कावड़ियाँ, सब छोड़ के कारो

भोले का मेला आ गया नाच रहे कावड़ियाँ, सावन का वेला आ गया नाच रहे कावड़ियाँ, सब छोड़ के कारो

जी करता है दर पे आँंऊ शिव शंकर त्रिपुरारि तेरी भक्ति में खो जाँऊ मेरे भोले भंडारी . जी करता

अरे तूने पिलाई मैंने पी ली, अरे कैसा जादू कर गई हो भंग चढ़ गई lll भोलेनाथ, भंगाडी तेरी भंग

शिव सुमिरन से सुबहो शुरू हो शिव मंदिर में शाम हो, शिव करुणा की छाया में शाम ढले विश्राम हो,

सुन गौरा समझावा तैनू गल मैं सुनावा तैनू नक्शा दिखावा तैनू लड़ दा उह्दिया ये निशानीया डर लगदा है दिल

ले चूक मोढ़े ते कावड़ तेरे मिट जाने गम, कहंदा चल बम भोले बम भोले बम बम, नंदी बैल दी

शंकर मेरे जगत पिता है पारवती मेरी माता दर तेरे आता हूँ आरती गाता हूँ, चरणों में तेरे धोक लगाऊं

नाम तेरा लेते लेते हर काम हो जाए भोले कर दे नजर तू मुझपे के कल्याण हो जाए नाम तेरा

काँधे पर लेलो कावड पॉवर मिलेगा जय जय शिव बोलो बनेगा सब काम सब रोग का है जवाब भोला नाथ

शिवजी से दिल लगा ले, शिव जी है बोले भाले कर देंगे पार बेडा, किस्मत के खोल ताले मेरे बाबा