
क्या खिलाया जाए
तर्ज – मार दिया जाए या छोड़ दिया जाए क्या खिलाया जाये, तुझे क्या पिलाया जाए, बोल भोलेनाथ तुझे, क्या

तर्ज – मार दिया जाए या छोड़ दिया जाए क्या खिलाया जाये, तुझे क्या पिलाया जाए, बोल भोलेनाथ तुझे, क्या

का लेके शिव के मनाई हो शिव मानत नाही, पुरी कचौड़ी से शिव के मनहू ना भावे भांग धतूरा कहा

जय हो भोले नाथ तेरी खुल गई मेरी लाटरी, तेरी ही किरपा से हे बाबा मिल गई मुझे नौकरी, भोले

शिव अपनों से नाम सुना है तेरे धाम का, वसा है भगतो के दिल में नाम भोले नाथ का, सब

भोले भंडारी जटा धारी गंगा धारी, बाबा डमरू वाले बम बम शिव डमरू वाले बम बम भोले डमरू वाले बम

अपना लाल मोहे दिखादे रे मियां सुन मियां, गोकुल धाम में भोले जी आये, कैसी लीला रचावे जोगियाँ शिव जोगियाँ,

लागी बरखा सावन सुहाना, कांवरिया शिव द्वारे है जाना, के के रास्ता भूल न जाना गंगा जल ले जाना मुश्किल

ना संसार में, ना सुकून मिलता हैं मयखाने मे चैन मिलता है तो बाबा तेरे शमशान मे झूम झूम झूम

बिगड़ी मेरी बना दो, दुःख दर्द सब मिटादो, दुःख सब के हरने वाले, मेरे बाबा भोले भाले। मेरे शम्बू भोले

भोले बाबा की कावड़ चली, जिसने तुझको दिल से पुकारा उसकी विपदा पल में टली तेरी महिमा अप्रम पार तेरा