मेरे भोले की मूरत सजी है
मेरे भोले की मूरत सजी है शिव रात्रि की धूम मची है शिवरात्रि पर्व महान है शिव पूजा की धूम
मेरे भोले की मूरत सजी है शिव रात्रि की धूम मची है शिवरात्रि पर्व महान है शिव पूजा की धूम
भोले तेरी कावड लाऊ गंगा का जल तुझे चडाऊ, जयकारा सब ने भोला है, हो बम बम भोला है, सतीपति
आ जाओ भोले बाबा मेरे मकान मे । तेरा डम डम डमरू बाजे सारे जहान मे ॥ (१) सुन डमरू
मेला लगया भोले दा, चलो पिंड चहिलां नूं चलिए जिथे रहमत वरस रई, भोले दा द्वारा मलिए 1. पिंड चहलां
नंदी वाले भोले रे मोहे नंदी में बिठा ले, नंदी में बिठा ले मोहे जोड़ागल पोहंचा दे, नंदी वाले भोले
शिव शंकर भोले नाथ तेरा डमरू बाजे पर्वत पे तेरा डमरू बाजे पर्वत पे शिव शंकर भोले नाथ तेरा डमरू
ॐ नमः शिवा, ॐ नमः शिवा, ॐ नमः शिवा, ॐ नमः शिवा । शिव शंकर का गुणगान करो, शिव भक्ति
जेहड़ा वेखे ओ तर जावे जलवा भोले शंकर दा, शिव दा जलवा बड़ा न्यारा ताहियो पूजे है जग सारा, बड़ा
देवों के देव महादेव हैं महान, कैलाश वासी धुँनी रमाऐं, गले में सर्प और हैं मुंडमाल हैं मुंडमाल, जय भोले
जटा में सूंदर गंग विराजे गले में सर्पो की माला, आक धतूरा खाने को और शिव ओडन को है मृग