शिव शंकर दे द्वारे दा
शिव शंकर दे द्वारे दा नज़ारा वेखिया उसदे दर उत्ते उन्हा दा नज़ारा वेखिया उनहु जल चडान दी लोड नहीं
शिव शंकर दे द्वारे दा नज़ारा वेखिया उसदे दर उत्ते उन्हा दा नज़ारा वेखिया उनहु जल चडान दी लोड नहीं
भोलानाथ अमली जी, म्हारा शंकर अमली जी, जटाधारी अमली, बगिया मे भंगिया बूआय राखुली। भोलानाथ अमली जी, म्हारा शंकर अमली
भोले नाम के मोती तू पिरोए जा, तेरा लागेगा क्या गया मूल वे, भोले नाम के मोती तू पिरोए जा,
सुबह सुबह हे भोले करते हैं तेरी पूजा, तेरे सिवा हुआ है ना होगा कोई दूजा । ॐ नमः शिवाय
हरी ॐ की तू माला क्यों न फेरे, मिट जायेगे सब दुःख तेरे, हरी ॐ हरी ॐ वो भोला भंडारी
कावड़ियों का मेला आया उन भगता ने रंग जमाया, बम बम बम बम हो रही भोले नाथ की है ये
हे शिव शंकर भोले भाले तुमको लाखो परनाम, सांस की आवन ध्यावं मेरी रट ती है बस तेरा नाम, मैं
भुलाया जो तुमने मुझे भोले शंकर, तो तुम पर हसे गा ये सारा ज़माना, भरम रखलो मेरी भक्ति का शिव
केलाश पे बेठा लगा समाधि बाबा डमरू वाला, छवि निराली मुख पे चन्दा भोला डमरू वाला, वो बस्म रमा के
महादेव शिव शम्भू मनै तू सच्चा लागै सै बेरा प्यार व्यार का ना भोले पर अच्छा लागै सै सुणले भोले