चली शिव शम्भु की बरात
चली शिव शम्भु की बरात है ग्यारा लाख बाराती साथ, बाँध लिया सर्पो का सेहरा अंग भभूती शिव ने रमा
चली शिव शम्भु की बरात है ग्यारा लाख बाराती साथ, बाँध लिया सर्पो का सेहरा अंग भभूती शिव ने रमा
मेरा कस के पकड़ ले हाथ छुड़ाउ तो छुड़ाया नहीं जाए, जब तक है जीवन मुझसे बाबा न बदले, बदलने
पुरे कुल जगत रे राजेया तेरे गल नागा दे हार तेरी जटा च गंगा वसदी तू नंदी दा असवार मेरी
काल की विकरल की, त्रिलोकेश्वर त्रिकाल की, भोले शिव कृपाल की, करो रे मंगल आरती, मृत्युंजय महाकाल की, बाबा महाकाल
के बम बम बोल रहे जय कारे, हे गंगा तट पे देखे नज़ारे, गंगा जल के भर के जा रे
मेरे शंकरा किरपा करो भोले नाथ दर पे आया तेरे मैं आज मेरे शंकरा किरपा करो भोले नाथ तुझसे ही
जीवन तेरे हवाले भोले जीवन तेरे हवाले, विश्वाश नहीं है तो कोरे कागज पे लिख वा ले अपने और परायो
घडी घडी भांग न पिसाओ भोला जी, कभी रोटी सोटी भी खाओ भोला जी, गोरा रानी ऐसे न आराम करो
हर हर महादेव शिव शंभू , हर हर महादेव शिव शंभू हर हर महादेव शिव शंभू , हर हर महादेव
करके नंदी की सवारी आजा भोले भंडारी आके भगतो को दर्श दिखा जा, ओ मेरे भोले बाबा ओ मेरे भोले