
महिमा भोले की गाये
भोले को घर में भुलाए महिमा भोले की गाये चरणों में धोक लगाये और डमरू भ्जाये, भोले को घर में

भोले को घर में भुलाए महिमा भोले की गाये चरणों में धोक लगाये और डमरू भ्जाये, भोले को घर में

ओ मेरा भोला शंकर मस्त मलंग, मेरा डमरू वाला मस्त मलंग, मस्त मलंग पीवे घोट घोट भंग ओ मेरा भोला

संशाना दिया बस्मा मल के सारा जिस्म सवाह करके, तू ले तुरदा भुता दे नाल वग नु वग नु, तेरा

बस्म लगा कर भांग चड़ा कर भूतो को ले साथ, नंदी बैल पर चढ़ कर आई भोले की बारात, तीन

जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा । ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा एकानन चतुरानन

राम नाम नाम मधुबन का, भ्रमर बना, मन शिव का । निश दिन सिमरन करता, नाम पुण्यकारी ॥ शंकर शिव

मथे उते तिलक लगा के गल सपा दी माला पाके इक हथ विच तिरशूल नु फड के डमरू पेया ब्जाउन्दा

ऐसी भक्ति हे शम्भू दे दो मुझे, रात दिन मैं भजन तेरे गाता रहूं, जैसा भी आए ग़म जिंदगी में

तेरी भोले शंकर है दुनिया दीवानी, हे कैलाशी हे अविनाशी हे बर्फानी, तेरी भोले शंकर है दुनिया दीवानी, डोब न

कावड वाले कावड उठा माँ गंगा बुलाती है आ, मैं चलू तू ले जा, कावड वाले कदम बड़ा पग में