भोला मस्त मलंग
मेंहलो की रानी राज कुमारी क्यों बंद गई तेरे संग, तू भोला मस्त मलंग भोला मस्त मलंग भोला मस्त मलंग
मेंहलो की रानी राज कुमारी क्यों बंद गई तेरे संग, तू भोला मस्त मलंग भोला मस्त मलंग भोला मस्त मलंग
मैं रहू गी तेरी ही बन कर, इस दुनिया में तुझसे बड कर शिव शंकर कोई दिखे नही ना देव
तेरी चौखट पे आके भोले बाबा कोई रोता सिसकता नहीं है बिना मांगे ही मिल जाता इतना कोई दुःख से
कावर उठा के जय भोले की कहना चाहए, बम भोले बम केहना चाहीये, हरिद्वार में धुबकी लगा के कंधे पे
शिव की कृपा से प्राणी भव तर जाता है शिव जी को एक लोटा जल जो चढ़ाता है बिन मांगे
मेरा मन मस्ती में ढोले ये हर हर बम बम बोले, दया की करदो नजर इक बार करो जी मेरा
नमामि शंकर, नमामि हर हर, नमामि देवा महेश्वरा । नमामि पारब्रह्म परमेश्वर, नमामि भोले दिगम्बर ॥ है धन्य तेरी माया
हे शिव शंकर हे जटा धारी, सुन लो विनय हमारी हे शिव शंकर हे जटा धारी, श्री कैलाश के स्वामी
भक्तो जपो तुम रात दिन ॐ नमः शिवाय, शिव को बनाना चाहू जो अपना, तो इस मंतर को हरदम जपना,
बिगड़ी किस्मत को बनाना शिव भोले का काम है, रोते को पल में हसाना शिव भोले का काम है, किस