चल रे कावड़िये कावड़ उठा मौज लगी है नाथ की
चल रे कावड़िये कावड़ उठा मौज लगी है नाथ की, बम बम भोले के जय कारे लगा मौज लगी है
चल रे कावड़िये कावड़ उठा मौज लगी है नाथ की, बम बम भोले के जय कारे लगा मौज लगी है
महाकाल की किरपा से तेरा जीवन है अनमोला, बम बम महाकाल बम भोला, महाकाल का जाप जो करता है फिर
जितना दिया है मुझको भगवान ओरो को भी देना, अपनों को खूब दिया है भगवन गेरो को और भी देना,
शिव भोले का नाम सुमीर ले ध्यान तू शिव चरणों में धर ले बंदे शिव को मना बंदे ध्यान लगा
हे भोले नाथ भंडारी तेरी तो महिमा है न्यारी, दिया इतना मेरे बाबा ये देखे दुनिया ही सारी, हे भोले
गले में तेरे सर्प की माला जटा में तेरे गंग बह रही, बम लेहरी ओ मेरा बम लेहरी, हे शम्बू
जितना जिसके भाग्ये में लिखा उतना ही पाता है, मेरे भोले दरबार में सबका खाता है, चाहे अमीर हो चाहे
मेरे शंकारा भोले नाथ, तू करीब है भक्तो के ये नसीब है भक्तो के ॥ शंकारा भोले नाथ …. अंग
गौरां दीवानी हो गई, शिव भोले नाथ पे xll *शिव भोले नाथ पे, शिव भोले नाथ पे l गौरां दीवानी
कावड़ उठाने से पहले आज थोड़ी सी भांग पीला देना, मुझपे भोले की मस्ती छाई मेरा भी जल चढ़वा देना,