
थोड़ी सी भांग पीला देना
कावड़ उठाने से पहले आज थोड़ी सी भांग पीला देना, मुझपे भोले की मस्ती छाई मेरा भी जल चढ़वा देना,

कावड़ उठाने से पहले आज थोड़ी सी भांग पीला देना, मुझपे भोले की मस्ती छाई मेरा भी जल चढ़वा देना,

हे शिव भोले हे शिव शंकर तुझसे दुनिया दारी है, बस्म रमाये तन पर भोले नंदी इनकी सवारी केहते इनको

सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे यह शुभ काम । सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव

भूतनाथ जै भूतेश्वर हैं नाथ हमारे काशी में। घंघनात घन घन घंटा नित सांझ सकारे काशी में ॥ त्रिशूलधारी शिव

ऐसा डमरू बजाय भोले नाथ ने धूम पैंगइया कैलाश में गोरा भी हो गयी मगन साथ में धूम पैंगइया कैलाश

हम हाथ उठा कर कहते है हम हो गये डमरू वाले के. हम हो गये डमरू वाले के, हम ताली

शिव तो ठहरे सन्यासी गौरा पछताओगी, भटको गी वन वन में चल नही पाओगी, शिव तो ठहरे सन्यासी गौरा पछताओगी,

भोले बाबा से जिनका सम्बन्ध है , उनके घर में आनंद ही आनंद है, डोर जीवन की सौंप शिव के

कोई कहे तेनु जय जय शंकर कोई भोले नाथ, नागा दी माला गले विच भूता दा साथ, करलो दर्शन दर्शन

बम भोले तेरा मंदिर दूर मगर हम आयेगे जरुर दर्शन पायेगे जरुर दर तेरे आयेगे जरुर हां दर्शन पायेगे जरुर