भोले बाबा की निकली बारात है
भोले बाबा की निकली बारात है, भूत प्रेत है बाराती क्या बात है, निकली बरात है वाह वाह क्या बात
भोले बाबा की निकली बारात है, भूत प्रेत है बाराती क्या बात है, निकली बरात है वाह वाह क्या बात
तू है दानी अन्तर्यामी ओ मेरे भोले बाबा, तेरा सिर पे हाथ रहे क्या मांगू इस से ज्यादा, तू है
भोले का मेला आ गया रे सारे धूम मचावा सावन में, सारे नाचा गावा सावन में, भोले का मेला आ
जहर पी गया शिव कोई ना संभाले प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले ज़हर पी गया शिव……. चढ़ा जा रहा
मैं तो खेलु रे शिव संग होली, संग में है फ़रिश्तो की टोली, ज़िंदगी शिव के रंग में है रंग
शिव के दीवाने चलो शिव को मनाएंगे देवों के देव महादेव को रिझाएंगे भोले बाबा भगतों के हरते है गम
किसिया पहाडा दिया उते डेरा ला लिया, गोरा अपनी नु काटो दिल चो भुला लिया , भोलियाँ तेनु अँखियाँ उडीक
खेल रहे मरघट पे होली अरे संग भूतो की लेकर टोली मस्त मगन हो नाचते भोला अपनी जताए खोले बम
भटक रहा है राहे आदमी, भुला सब आदेश राह दिखाना आकर मुझको है देवो के देव आजा आजा महादेव,मेरे शिव
शिव है शक्ति, शिव है भक्ति, शिव है मुक्ति धाम शिव है ब्रह्मा, शिव है विष्णु, शिव है मेरा राम