आया रे आया सावन का महिना
आया रे आया सावन का महिना. भोले दर जाने का महिना कावड भर ल्याने का महिना जय भोले बम बम
आया रे आया सावन का महिना. भोले दर जाने का महिना कावड भर ल्याने का महिना जय भोले बम बम
मैं दीवाना हो गया बाबा बासुकी तेरे द्ववार का, मैं तो करू सदा शिव चर्चा तेरे प्यार की हॉवे वर्षा,
जय हो, जय हो, शंकरा (भोलेनाथ, शंकरा) आदिदेव, शंकरा (हे शिवाय, शंकरा) तेरे जाप के बिना (भोलेनाथ, शंकरा) चले ये
लगे बम बम के जयकारे चले सब भकत तेरे द्वारे, हरिद्वार से ले गंगा जल चले है हमजोली, चली कावड़ियों
भोले का जय कारा लगा ले, जय कारा लगा ले तू नसीबा जगा ले रे, तू विशेश्वर तू ही महेशवर
त्रिशूल धारी मेरे भोले भंडारी अखोरियो संग झूम ते, चली शिव की बारात मस्ती में सारे झूम ते, चली शिव
शिवाय शिवाय शिवाय शिवाय कान कुण्डल तेरे गले में काला नागा हाथ में त्रिशूल तेरे त्रिशूल पे डमरू साजा सर
जहर पी गया शिव कोई ना संभाले प्रभु वाल्मीकि बचा ले बचा ले ज़हर पी गया शिव……. चढ़ा जा रहा
शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ। अंत काल को भवसागर में उसका बेडा पार हुआ॥ भोले शंकर
भोला नाचे या भोली नाचे आके डी जे पे कावड़ियों की टोली नाचे हरिद्वार ते कावड़ ठाई बोल रहे बम