सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है
सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है, उसी मुक्ति को पाने को मैं काशी नगरी आया हूं,
सुना है हमने ओ भोले तेरी काशी में मुक्ति है, उसी मुक्ति को पाने को मैं काशी नगरी आया हूं,
तोड़ दूंगी मैं सिलवटिया फोडू गी चिलमिया जी पीने न दूंगी भोले दानी तुम को भंगियाँ जी मानो गे ना
हे शिवशंकर हे करुणाकर हे परमेश्वर परमपिता हर हर भोले नमः शिवाय नमः शिवाय ओम नमः शिवाय हे शिव शम्भू
बम बम बम भोले आया हरिद्वार में, तेरा कावड़ियाँ पे रंग चढ़ रहा भोले तेरे प्यार में, सावन की माह
मत न दूर करे मने भोले राख लो अपने, भंगियाँ घोट दूंगी घोट तेरी भोले नाथ, मस्त रहो तुम भंगियाँ
हर हर हर गंगे गंग गंगे मेरे भोले शंकर मैं जपलू तेरा नाम तू मेरा सब दुःख मेट जाता है
कान्धे पे कांवर लेलो भोल बम का नारा बोलो, हर हर महादेव दिल में भगती का रस तू घोलो. देवदार
भोले हम तेरे दर पे आयेगे चरनो में सिर झुकायेगे, तू मुझे थाम लेंगा ये इतवार है पावन तेरा द्वार
उठा के झोला मैं अपना भोले मैं तो पीहर जाऊगी, है तेरा पेटा भरता न मैं भांग घोट ती मर
भोले ओ भोले, आया दर पे मेरे सिर पे, ज़रा हाथ तू फिर दे, मेरे भाग को जगा दे, सारे