हे भोले शंकर बाबा भंडारी दीन दुखी आये शरण तिहारी
हे भोले शंकर बाबा भंडारी दीन दुखी आये शरण तिहारी, हरलो हे प्रभु विपदा सारी दीन दुखी आये शरण तिहारी,
हे भोले शंकर बाबा भंडारी दीन दुखी आये शरण तिहारी, हरलो हे प्रभु विपदा सारी दीन दुखी आये शरण तिहारी,
डमरू वाले बाबा भोले तेरी शरण में आये है, तेरी शरण में आये है तेरी शरण में आये है, पहने
भगत प्यारे जय जय बोलदे डमरू शिवा दा जद वजेया, डमरू शिवा दा ऊंचा मन दा प्यार नु, सारिया तो
हो जा मना मेरेया तू मस्त मलंग वे, मस्त मलंग वे मस्त मलंग वे, चढ़ गया तनु शिव शम्भू जी
भंग नु रगड़े लांदा नी गोरा डा लाडा, ना कोई घोड़ी न कोई वाजा, ओ बेल ते चड़ेया आउंदा नी
भोले तेरी किरपा बिन अधूरा हु मैं, तू ही है मदारी जमूरा हु मैं, तेरी महिमा जानू ये औकात नहीं
मस्त मलंगा शिव मस्ती च आजा, अखियां निमानियाँ नु दर्श दिखा जा, हाल दिल वाला दसना है ता करके, नचना
आ गये आ गये इक नही दो नही आये कई हजार, स्वान का मेला भोले आये हरिद्वार, आ गये आ
डम डम डमरू भजावे होके मस्त मगन में नाचे, महल अटारी छोड़ छाड़ के बस हां बैल विराजे, आई जब
भोले भोले मेरा भी थोडा होले ओये, मसांग मेरा घर राख मेरा शिंगार, प्रेमी चाहिये ना कोई फ़ालतू का प्यार,