भोले चले भोले चले बम बम बम
भोले चले भोले चले बम बम बम डारो की डार चले हर हर पुकार चले, शमभू जय जय कार चले
भोले चले भोले चले बम बम बम डारो की डार चले हर हर पुकार चले, शमभू जय जय कार चले
मन में मेरे शिव ही वसे दिल शिव का दीवाना, डमरू वाला भोला है दिल शिव का दीवाना, शिवरात्रि की
तीनो लोको में तेरा ही गुणगान हो कौन है जिसपे तेरा एहसान हो, तेरी महिमा अमर हे शिव शंकर, हर
क्यों गोरा तू हाथ मांग रही भोले नाथ का तेरा मेरा जोड़ा भोले लागे थाठ का तू मेह्लो में रेहने
महादेव शंकर हैं जग से निराले, बड़े सीधे साधे बड़े भोले भाले। मेरे मन के मदिर में रहते हैं शिव
ऐसा डमरू बजाया भोले नाथ दुनिया दीवानी हो गयी नशा भंग का चड़ाया भोले नाथ की ऋतु मस्तानी हो गयी
आओ आ जाओ भोले नाथ, तेरे ख्यालो में खोया रहु मैं जागु दिन और रात, हे शिव शंकर हे प्रेयन्कर
नाथ तेरे साथ चलु गी तू बात मान भंडारी, गेल मेरी के काटे गी री क्यों अक्ल गई तेरी मारी,
डमरू वाले बाबा चले व्याह रचाने, ओह भंगड़ियो के राजा चले व्याह रचाने चले बहुराईया लाने चले दुल्हनियां लाने हो,
गंगा जल क्लेशे में भर बोल के बम बम कावड़ियाँ, भक्ति के रंग में अपना चोला रंग ले कावड़ियाँ, शिव