
डमरू बजाये अंग भस्म रमाये
डमरू बजाये अंग भस्म रमाये और , ध्यान लगाये किसका न जाने वो डमरू वाला, सब देवो में सब देवों

डमरू बजाये अंग भस्म रमाये और , ध्यान लगाये किसका न जाने वो डमरू वाला, सब देवो में सब देवों

जय जय जय महाकाल बम, कालो के भी काल हो तुम, भगतो को करते हो निहाल, महाकाल बम जय जय

बैठे शिव समादियाँ लाके, गल विच नाग चढ़ेला पा के, तू वि देख द्वारे आके नाम न जपि जांदे आ,

गले सर्पो के हार सिर गंगा की धार महादेवा देवा कैसे करु मैं तेरी सेवा दिल करता हैं जल मैं

यौ डमरू धारी बसहा सवारी गेलिये आहा कोन गाम यौ बाबा ताकब आहा के को ठाम यौ भूतनाथ अहि करबै

जय हो भोलेनाथ जय हो भंडारी जय हो कैलाश पति जय त्रिपुरारी दुखियो के तूने है काज सवाँरे जो भी

रे भोले तेरी हरी भंगियाँ ये धीरे धीरे तड्पी जावे ये लागे प्यारी प्यारी ये लागे प्यारी प्यारी, जब इस

आ गई भोले शंकर दी आ गई बारात डम डम डमरू बजावे भोला आप नचन लग पए चन ते तारे

कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे, ये रुदर रूप शिव के काल भेरो हमारे, काले कुकर की करे सवारी गल

पट खोल मेरे बाबा वो ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले भगत जनों की भीड़ लगी है दर्श की दर