
भोले तेरी किरपा बिन अधूरा हु मैं
भोले तेरी किरपा बिन अधूरा हु मैं, तू ही है मदारी जमूरा हु मैं, तेरी महिमा जानू ये औकात नहीं
भोले तेरी किरपा बिन अधूरा हु मैं, तू ही है मदारी जमूरा हु मैं, तेरी महिमा जानू ये औकात नहीं
मस्त मलंगा शिव मस्ती च आजा, अखियां निमानियाँ नु दर्श दिखा जा, हाल दिल वाला दसना है ता करके, नचना
आ गये आ गये इक नही दो नही आये कई हजार, स्वान का मेला भोले आये हरिद्वार, आ गये आ
डम डम डमरू भजावे होके मस्त मगन में नाचे, महल अटारी छोड़ छाड़ के बस हां बैल विराजे, आई जब
भोले भोले मेरा भी थोडा होले ओये, मसांग मेरा घर राख मेरा शिंगार, प्रेमी चाहिये ना कोई फ़ालतू का प्यार,
हरियाणा से आये कावड़िया रे कंधे में कावड़ लटके, हये रे भोले तेरी भांग ने पी के तेरे कावड़ियाँ मटके,
मनोकामना मंदिर में हो रही जय जयकार, सवा कविण्टल चाँदी का शिवलिंग बना है पहली बार, आज भोले का डमरू
त्रिलोक के स्वामी भोले के द्वार पे जायेंगे काँधे पर लेकर कावर हम शिव शम्भू को जल चढ़ाएंगे देवादि देव
भोले जी तेरा दिल है तोड़ेंगे तेरे बच्चे तेरे लिए दिन रात दौड़ेंगे दिल्ली से पैदल चलकर हरिद्वार के रस्ते
लगाया हरिद्वार मेला चढ़ा रंग गंगा नहाने का, अरे कावड़ लेने चला दमा दम जट हरयाणे का , लगाया हरिद्वार