अमर नाथ शिव सब के पालन हारी है
महाकाल शिव नाथ भोले भंडारी है अमर नाथ शिव सब के पालन हारी है त्रिनेत्र शिव जोगी शिव विशरारी है
महाकाल शिव नाथ भोले भंडारी है अमर नाथ शिव सब के पालन हारी है त्रिनेत्र शिव जोगी शिव विशरारी है
ये भांग ना घोटी जाए रे भोले क़मर टूट गईं हाए रे, मै भांग ना घोटूंगी हरगिज चाहे कुछ भी
आरे चल रे कवाडिया तू कावड़ उठाये के कावड उठाइ के ठुमका लगाई के भोले के गीत पर डी जे
आ गये जी आ गये जी , भोले नाथ के अघोरी नाथ के अघोरी , शम्भु नाथ के अघोरी छा
हरिद्वार हम जायेगे फिर गंगा जी में नहायेगे और फिर मिल कर भोले तेरी कावड को सजायेगे दी जे भजाए
हर जनम में बाबा तेरा साथ चाहिए, सिर पे मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिए, सिलसिला ये टूटना नहीं चाहिए, मुझको
उज्जैनी में बाबा ने ऐसा डमरू बजाया में सुध बुध भूल आया कितना प्यारा उज्जैनी यहां दरबार सजाया मैं सुध
बम लेहरी शिव लेहरी बम लेहरी, बोल बम बोल बम बम लेहरी, सब देवो में देव दयालु कहते आप को,
भोले जी तेरे द्वार का,दीवाना तेरे प्यार का, रहो मेरे साथ जी,मेरे भोले नाथ जी, मिलता है सुख यह केवल
कंधे कावड़ उठा के माथे तिलक लगा के, चलो बोल के जय कारे बोले बाबा की नगरियाँ, चले रे कावड़िया