पिल्वायदे भंगिया घोट ओ गनपत की मम्मी
पिल्वायदे भंगिया घोट ओ गनपत की मम्मी घोटे घोट घुमाए दे प्यारी रगडा खूब लगाये दे पिल्वायदे भंगिया घोट ओ
पिल्वायदे भंगिया घोट ओ गनपत की मम्मी घोटे घोट घुमाए दे प्यारी रगडा खूब लगाये दे पिल्वायदे भंगिया घोट ओ
भोले शंकर जरा बात मेरी सुनो कब तलक तेरा संसार दुःख पायेगा अपने कर्मो तुमसा खुद है दुखी जैसे करनी
डम डमा डम डमरु बाजीग्यो हिमाला, म्यार शिव शंकर देवो मै निराला. खुट मै घुँघरु छान आंग बाग छाला, हाथ
भोले बाबा तेरे दर पे लगता बड़ा मेला है यहाँ सब बैठे है और घर पे तू अकेला है, तू
सोहे बैल सवारी अब नाचे लन त्रिपुरारी डमरुआ डम डम बाजेला भूत वा पिचाश संगे सांप गोजर अंगे अंगे खालें
गुरुदेव तुम्हारी जय जय हो सद्गुरु तुम्हारी जय जय हो सोमनाथ तुम्हारी जय जय हो रामनाथ तुम्हारी जय जय हो
निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में अरे देखो भोले बाबा की अजब है
मन्ने भोली नबज दिखाये दे कहा दर्द से तेरे बताये दे, है दर्द कमर में या पसली में सब साच
बम बम बम भोले बम बम बम, इस सावन करेगी मौज, मेरे भोले की फ़ौज महादेव भोले भंडारी पूजे तुम
सवेरा,सवेरा जब हो, मेरे करतार, करू में तेरी जय जयकार, शम्बू तेरी जय जयकार, जय जयकार करू तो शिव जी