गोरा रानी सावन का मेरे रंग चड गया
मेरी जान मरन में आ रही से कैसा लोग नशेडी गल पड़ गया यु न बोले गोरा रानी सावन का
मेरी जान मरन में आ रही से कैसा लोग नशेडी गल पड़ गया यु न बोले गोरा रानी सावन का
हमें शिव से मन को लगाना पड़ेगा, उन्हें भी मदद को आना पड़ेगा, अगर दिन गंवाया है झगडे में तुमने
आई शिवरात्रि ते शिव दा विवहा, नच नच भगत धमाला रहे पा, चढ़या है सारिया नु गोड़े गोड़े चा, नच
मेरा भोला बैठा गंगा जी के घाट, तन पे बसम रमा बसम लगा हो बैठा बसम लगा, मेरा भोला बैठा
गूँजे सदा जयकार ho भोले तेरे भवन मे-2 बेलपत्र और गंगाजल से-2 भक्ति भाव से पुजा कर ले तारेंगे भव
नाम ले लो शिव का मिटे पाप सारे अजब रूप धारे सिवजी हमारे वेद नहीं जाने तेरे खेल न्यारे अजब
मस्त बना देंगे भोले नाचन ला देंगे भोले, डम डम डमरू की धुन पे मस्त बना देंगे भोले, मस्त बना
हे शिव भोले भंडारी मैं आया शरण तिहारी, मेरे शिव भोले भंडारी, भागम भर तेरे अंग पर सोहे हाथ में
मुझको भी करदे खुशहाल, मेरे भोले बाबा कब तक रहूगा इस हाल, मैंने सुना के तू दयालु बड़ा है जिस
तर्ज – जहाँ डाल डाल पर सोने की चन्द्रमा जिनका भाल सजाये और जटा में गंगा समाये वो हैं भोले