
चद्रमा जिनका भाल सजाये
तर्ज – जहाँ डाल डाल पर सोने की चन्द्रमा जिनका भाल सजाये और जटा में गंगा समाये वो हैं भोले

तर्ज – जहाँ डाल डाल पर सोने की चन्द्रमा जिनका भाल सजाये और जटा में गंगा समाये वो हैं भोले

मैं जोडू हाथ सुन भोले नाथ यो तेरी भांग का पंगा से सब जाने तेरे गोरा तेरा भोला मस्त मलंगा

भोले जी नाथ जी सुनो दास की आप पुकार चेला बना ले ने, जटा की तेरी न मांगू गंगा माथे

शिव की लगन में कवाडिया चले भोले की नगरियाँ काँधे पे रख के लाया रे भोले जल की गगरियाँ जल

मैं तो कावर ले आई तेरे दवार भोले नाथ, तेरी महिमा है जग में अपार भोले नाथ, भोले भंडारी सुनो

चल चली शिव भोले दी बारात जग तो निराली भगतो , आज गोरा जी नाल होनी मुलाकात जग तो निराली

कमी नहीं कमी नहीं माँ तेरे खजाने कमी नहीं, माँ तेरे खजाने कमी नहीं माँ तेरे खजाने कमी नहीं, तेरी

ओ ढोलियां वजा दे जरा ढोल उते डगा, सारे भंगडे लई छड देयो थोड़ी थोड़ी जगह, बम बम बम बम

नमः नमः नमः नमः ओम नमः शिवाय… सिर पे गंगा विराजे और हाथ में डमरू बाजे, खाये भाँग के गोला

मेरे बिगड़ी बना दे हो भोले भंडारी तेरी मैं भी कावड़ लाऊगी ओ भोले भंडारी गंगा मैया में नवाजे हो