बोलो बम बम भोले बम बम
छोड़के सारी चिंता छोड़के सारे ग़म बोलो बम बम बम भोले बम बम बम सच्चे मन से जपके देखो जादू
छोड़के सारी चिंता छोड़के सारे ग़म बोलो बम बम बम भोले बम बम बम सच्चे मन से जपके देखो जादू
शिव तेरे मंदिर की मंदिर की घंटी मैं बन जाऊ, मेरे मीठे स्वर सुनके कर भोले तू अँखियाँ खोले, मेरी
बैल ते चड के आया मेरा डमरू वाला तन दे उते भस्म रमाई गल पाया फनियर काला, बैल ते चड
आजा कलयुग में ले के अवतार ओ भोले ॥ अपने भक्तो की सुनले पुकार ओ भोले ॥ दुनिया बनाने वाले
भोले भंग न घुटाया करो, पड़े छाले हाथो में भोले तरस तो खाया करो, गोरा छो में न आया करो,
गंगा नाहया पर्वत को पाया तू है कहा ये दुनिया छोड़ी मैने मन सजाया तू है कहा तुम डरबदार की
पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मन्दिर शोभितम्। निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्॥ शेष सुमिरन, करत निशदिन, धरत ध्यान
आओ भोले भंडारी देखु कब से राह तेरी, तेरी इंतजारी में प्यासी है निगाह मेरी , आओ भोले भंडारी देखु
झूले पार्वती जगदम्बा, झुलावै शंकर त्रिपुरारी, शंकर त्रिपुरारी, झुलावे शंकर त्रिपुरारी, झूले पार्वती जगदम्बा, झुलावै शंकर त्रिपुरारी। पार्वती बोली शंकर
मेरी मुशिक्ला दा भोले नाथ हल करदे ॥ भावे अज करदे भावे कल करदे ॥ तेनू रोज – रोज कैहना