
भोले नाथ हल करदे
मेरी मुशिक्ला दा भोले नाथ हल करदे ॥ भावे अज करदे भावे कल करदे ॥ तेनू रोज – रोज कैहना

मेरी मुशिक्ला दा भोले नाथ हल करदे ॥ भावे अज करदे भावे कल करदे ॥ तेनू रोज – रोज कैहना

मेरा नमन करो स्वीकार हे भोले हे शिव शंकर त्रिपुरारी, करू तेरी जय जय कार हे बाबा भोले भंडारी, मेरा

सत सृष्टि तांडव रचयिता नटराज राज नमो नमः… हेआद्य गुरु शंकर पिता नटराज राज नमो नमः… गंभीर नाद मृदंगना धबके

मेरे बाबा भोले बाबा मैं आया तेरे द्वार, मेरे जीवन की नैया तुम करदो भव से पार, मेरे बाबा भोले

चलिये चलिये चलिये चलिये चलिये शिव के दवार, बड़े दयालु है शिव शंकर हर पीड़ा को हर लेंगे हर, देंगे

शिव शंकर भोला नाचे कैलाश के माहि, डिम डिम डमरू गूंज रहा संसार में भाई, शिव शंकर भोला नाचे कैलाश

हर हर महदेव शिव शमभू, बारह ज्योति लिंग के दर्शन करके शीश झुकाउ गा, शिव शंकर का ध्यान लगा कर

इसे लेहरा के गंगा जटा से बही, दृश्य ऐसा हुआ है ना होगा कही, मानो ऐसा लगा जैसे बरसी घटा,

सुन भोले शंकराये सुन भोले शंकराये, नाम जिसने तेरा लिया उसे सब कुछ दे दियां, सुन भोले शंकराये सुन भोले

भम भोला भंडारी है शिव भम भोला भंडारी, सारे जग का वाली है सारे जग का वाली, भम भोला भंडारी