
आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ
आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ ओ मेरे स्वामी अंतर यामी आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ आजा

आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ ओ मेरे स्वामी अंतर यामी आजा तेरी ज्योत जगाई भोले मेरे नाथ आजा

जंज गौरा दी आयी अडियो, गलियां धूम मचाई अडियो, हाय मैं डर गयी अंदर मैं वड गयी बूहा मारके, भूत

किस विधि वंदन करुं तिहारो ओडर दानी त्रिपुरारी, बलिहारी बलिहारी जय महेश बलिहारी नैन तीन उपवीत बुजंगा शशील लाट सोहे

इक भोला है जोगी गोरी तेरी नाहे बनेगी जोड़ी, जा के सिर पर है चन्द्र माँ,बीच जटा में है गंगा

के सारे हार गये जोर लगाये कर के, भोले नाथ ने कर दियां काम डमरू भजाये कर के, पलक जपते

डम डम डमरू बाजे शिव सन्यासी का, कैलाशी काशी के वासी का, अगड़बम अगड़बम अगड़बम बम लेहरी, डम डम डमरू

अपने भगतो की सुन के पुकार, ओ मेरे भोले दर्शन देदो इक बार, हे मेरे भोले दर्शन देदो इक बार

भोले बाबा का नील कंठ दरबार है वो डमरू वाला नील कंठ मेरा यार है नील कंठ के उपर जो

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा भोले का साथ हो

काशी वासी ओ अविनाशी तेरे दर पे आई हु, न्हाले मेरे भोले जल हरिद्वार से लाइ हु, काशी वासी ओ