
सावन में तेरा मेला आया
सावन में तेरा मेला आया, कावडियों के जल चढ़ाया……. भोले में तेरे दर पे आया , तेरे दर पे शीश

सावन में तेरा मेला आया, कावडियों के जल चढ़ाया……. भोले में तेरे दर पे आया , तेरे दर पे शीश

हाथ जोड़ के बोली गवर्जां l एक सुनो अन्तर्यामी ll तीनों लोक बसाये बसती में l तूँ आप बसें वीराने

महिमा अप्रम पार है तेरी भोला तेरा नाम, सुबह शाम मंदिर में आके करते तुझे परनाम, जगत के पालनहार करो

तुमसे ही शरू और खत्म, बिन तुम्हारे सब अधूरा है, जो भी है भोले दुनिया में मेरा, सब पर ही

भोले के चरणों में ध्यान अपना लगा ले, सुखदाई है ये नाम जप रे मन रात दिन, बोलो बम बम

कही देखी नही एसी बारात के सुन सखी पावती आगे आगे देवो की टोली बोले हर हर महादेव बोली, तेरी

आज भोले नाथ की शादी है भोले नाथ की शादी है, शिव शँभू की शादी है आज भोले नाथ की

एक दिन मैया पारवती भोले से लगी कहने मुझको भी गढ़वा दो मेरे स्वामी थोड़े से गहने मैंने लक्ष्मी को

तेरियां सारियां मन के बह गई, मैं दिल तो तेनु अपना कह गई, तू नशे विच रहंदा मैं न रहना

आज फुल्ला वांगु साहनु महका ता शिवा जी तेरे डमरू ने, साहनु भगता नु मस्त बना ता शिवा जी तेरे