
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए
चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए हाथ में गंगा जल गडवा शिव को चड़ने के लिए

चल पड़ा शिव का पुजारी शिव को मनाने के लिए हाथ में गंगा जल गडवा शिव को चड़ने के लिए

भोला बम बम भोला भोला बम बम भोला, घोटा भंग दा लगावे फिर मस्ती च आवे, नाल झुमदा ए भग्ता

कैलाश के निवासी नमो बार बार हो, आयो शरण तिहारी प्रभु तार तार तू, कैलाश के निवासी नमो बार बार

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने सारा कैलाश पर्वत मगन

शिव भोले भण्डारी, तेनु मन दी /पूजे दुनिया सारी, तीन लोक दा मालिक है तू , शिव शम्भू भंडारी, तेनु

शिव नाम से है जगत में उजाला। हरी भक्तो के है, मन में शिवाला॥ हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,

सुन मेरी गोरा मान ले केहना ला दे भाँग का गोटा रे, छोड़ दे सारे कामा ने मने पिलादे भाँग

तेरा पल पल बीता जाए, मुख से जप ले नमः शिवाय। ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय॥ शिव शिव तुम

जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणा-कर करतार हरे, जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशि, सुख-सार हरे जय शशि-शेखर, जय डमरू-धर जय-जय प्रेमागार

शंकर शंकर भोले शंकर शंकर भोले, तेरे दर्शन पा कर आज मेरा मन ढोले, तू कितना भोला है, जो तेरे