
भज ले हरी को
धुन- परदेसियों से न अख्खियाँ भजले हरी को, एक दिन तो है जाना ll, जीवन को यदि, सफल बनाना, भज

धुन- परदेसियों से न अख्खियाँ भजले हरी को, एक दिन तो है जाना ll, जीवन को यदि, सफल बनाना, भज

मात-पिता सुत नारी,ओर इस झूठी दुनिया दारी को छोङ कर के एक जाना,होगा की नही क्यो भूले जीवन के राही,दूर

बिना तुम्हारे कौन उबारे भटकी नाव हमारी किनारा खो गया है, तुम्ही रैया तुम्ही खिवैयाँ किनारा खो गया है, तारण

मारन वाले से ज्यादा वो बड़ा बचाने वाला, उस दुश्मन क्या मारेगा जिसका भगवन रखवाला शावक हांडी में दब गये,

मेरा छोटा सा संसार,हरि आ जाओ एक बार । हरि आ जाओ हरि आ जाओ,मेरी बिगड़ी आज बना जाओ ॥

श्रद्धा से हमने श्री हरि यश को गाना है हरि नाम की महिमा को जग ने माना है प्रभु नाम

उलझनों की ये सुलझे लड़ी तू राम भजले, ओ श्याम भजले तू नाम भजले घड़ी दो घड़ी” नाम सुमिरन का

श्री मन नारायण, भज मन नारायण ll *हरि, नारायण नारायण नारायण ll *लक्ष्मी, नारायण नारायण नारायण ll श्री मन नारायण,

आपकी शरण में आया,अपनालो दाता मेरे, भटक रहा था जिसके लिये,मिल गए मालिक मेरे , आप मेरी जिन्दगी हो,मै आपका

मेरी बांह पकड़ लो एक वार, हरि एक वार प्रभु एक वार ॥ यह जग्ग अति गहरा सागर है, सिर