
तेरा रुणिचा दरबार | बाबा रामदेव भजन
सबसे बड़ी सरकार तेरी, सबसे बड़ी सरकार तेरा रुणिचा दरबार तेरी हो रही जय जयकार हमने तो लिख दिया है
सबसे बड़ी सरकार तेरी, सबसे बड़ी सरकार तेरा रुणिचा दरबार तेरी हो रही जय जयकार हमने तो लिख दिया है
म्हारी मैया म्हाने थारो ही आधार रे माँ भंवरा वाली थारो ही आधार रे मैं जाऊं तो मैं जाऊं कठे
एक तमन्ना माँ है मेरी दिल में बसा लूँ सूरत तेरी हर पल उसीको निहारा करूँ मईया मईया मुख से
माया से डरो प्यारे माया मार डालेगी, भक्ति करो प्यारे भक्ति पार लगाएगी, धन और दौलत तेरे संग नहीं जायेंगे,
भरती होजा रे सत्संग में थारो भाग खुलेला रे, जनम मरण को देश परायो मृत्यु वेला रे, सुंदर काया कंचन
कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे,हम रोये । ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे,जग रोये ॥ चदरिया झीनी रे
जब तेरी डोली निकाली जाएगी, बिना महूरत के उठा ली जायेगी, जब तेरी डोली निकाली जाएगी इन हकीबो से कहो
अति कभी ना करना प्यारे इति तेरी हो जायेगी, बिन पंखो के पंक्षी जैसी गति तेरी हो जायेगी, अति सूंदर
उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या, सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या, तमनाये जो तेरी
मीठा मीठा बोल तेरा क्या बिगड़े वीर वीर बोल तेरा क्या बिगड़े, इस संसार में दम नहीं कब निकले जान