जन्म लियो जाने मरनो पडसी
जन्म लियो जाने मरणो पड़सी मौत नगारो सिर फूटे ओ, लाख उपाय करों मन कितना बिना रे भजन नहीं छूटेओ
जन्म लियो जाने मरणो पड़सी मौत नगारो सिर फूटे ओ, लाख उपाय करों मन कितना बिना रे भजन नहीं छूटेओ
होक रह सैयां दा होक रह मस्त दा, तू रह सैयां दा तू रह मस्ता दा, तू रह सैयां दा
मत इतराओ मन वनवारे के इक दिन सब मिट जाना है, आये जिस दिन प्रभु की पुकार हमे जग छोड़
मैं तो तेरी शरण में आया, प्रभु जी तेरी शरण में आया इस जग का मैं हूँ सताया, मैं तो
जय भारत जय भारत जय भारत, भारत हमारा देखो कितना महान है, है तिरंगा यहाँ अपनी पहचान है, भारत हमारा
बिना प्रभु तो किसे दे नाल प्यार न करि मना याद रखी, सोना छड़ के तू मिटटी दा व्यपार न
नेकी खट ले जहां विच बंदेया तेरा यश दुनिया करे, छड़ पाप जुलम दियां आदता जिह्ना दी जग निंदिया करे,
स्वासों को खोना ना अनमोल ख़जाना है, हर स्वास में राम जपो अगर राम को पाना है, कई जन्मो के
तेरा द्वारा घणा से प्यारा, जगत ते न्यारा मैं देखण आग्या गोगा जी, मैं दर-दर ठोकर खाकर, तेरे दर आगया
जिंदगी मां के बिन एक श्मशान है, अपने बच्चो की माँ तू ही पहचान है, मेरी माँ तू महान है..