पेके हुंदे मावा नाल
कब्रा विचो बोल नी माए, दुख सुख धी नाल बोल नी माए, आवा ता मै आवा नी माए, आवा केडे
कब्रा विचो बोल नी माए, दुख सुख धी नाल बोल नी माए, आवा ता मै आवा नी माए, आवा केडे
दुनिया से मैं हारा हूँ, तक़दीर का मारा हूँ, जैसा भी हूँ अपना लो, मैं बालक तुम्हारा हूँ । पापों
आयु तेरी बीत रही है कुछ तो सोच विचार, जन्म ये मिले न बारम बार, आयु तेरी बीत रही है
बग्गड़ नगरी प्यारी,जहां दादी का दरबार, दर्शन करले प्राणी,जीवन मिले ना बारम्बार | सूरज की किरणे तेरी ज्योति जगाये, चन्दा
बेटी तो वो चिड़िया जिसे इक दिन उड़ ही जाना है लेकर केवल दाना पानी गाती मधुर तराना है पंख
रुनिचे वाला खम्मा खम्मा ओ थाने मोकळी अजमल जी रा लाला,खम्मा खम्मा ओ थाने मोकळी अजमल घर अवतार लियो थे
राखी का त्यौहार है सुन लो बहनो मेरी ओ प्यारी, जिस बहिन का भाई नहीं हो रोती विलकती वेचारी, भाई
मात-पिता गुरु देवता, तीनो एक सामान, इन से हिल-मिल चलिए, वो नर चतुर सुजान, संसार सागर है मगर, माता-पिता एक
अरे गोगा जी महाराज मने तो तेरी याद सतावे रे बिन दर्शन मोहे चैन पये न अंसुवन में मेरे भीगे
जनम जनम का साथ है हमारा तुम्हारा तुम्हारा हमाराकरेंगे सेवा हर जीवन में पकड़ो हाथ हमाराजनम जनम का साथ है