
चुंबळ मोत्याची डोक्यावर पान्या चा घड़ा
चुंबळ मोत्याची डोक्यावर पान्या चा घड़ा माठ फोडिला ग माझा माठ फोडिला पहिल्या दिवशी मी ग बाई घेउन गेले ताट

चुंबळ मोत्याची डोक्यावर पान्या चा घड़ा माठ फोडिला ग माझा माठ फोडिला पहिल्या दिवशी मी ग बाई घेउन गेले ताट

आया बुढ़ापा बन्दिया वे मूड आनी ना जवानी, चिठिया वी पाइयाँ बन्दिया वो तारा वी भेजिए, फिर भी सुन बन्दिया

सारी उम्र तुम्हारी कमी खले गी माँ, जब दूंगा आवाज तू संग चले गी माँ, मेरी माँ मेरी माँ तेरे

श्री विष्णु अवतारी नमो नमः ध्वजाबंद धारी नमो नमः रुणिचा वासी नमो नमः श्री राम देवाय नमोस्तुते श्री विष्णु अवतारी

जबान जैसी मीठी जगत में जबान जेसी मीठी जगत में जबान जैसी खारी क्या है पैसे का खेल जगत में

कैसे चुकाऊ तेरी सांसो की मोल रै, जनम देने वाली इतना तू बोल रे, कैसे चुकाऊ तेरी सांसो की मोल

पंक्षी वांगु उड़ जाना है इक दिन मार उडारी, कदर ओहना दी पेनी ओथे अमल जिह्ना दे भारी, हर शह

कबीर मन पंछी भया भावे तो उड़ जाय, जो जैसी संगती करें वो वैसा ही फल पाय, कबीर तन पंछी

चंद दिन की है ये बहारे चंद दिन के है ये मेले, आये याहा अकेले जाना भी है अकेले, फिर

सारी उमर गवां लयी तूं जिंदड़िये कुछ ना जहान विचो खट्टियाँ क्यों करें तू माया माया, माया है दो पल