
जय हो गंगाराम बाबा जय हो गंगाराम
जय हो गंगाराम बाबा जय हो गंगाराम, कष्ट निवारण मंगल दायक हो सब सुख के धाम, बाबा… सच्चे मन से

जय हो गंगाराम बाबा जय हो गंगाराम, कष्ट निवारण मंगल दायक हो सब सुख के धाम, बाबा… सच्चे मन से

मेरे दाता तेरे दर उते आके, तेरे चरना च शीश झुका के एह मेरी तकदीर बदली, मेरे दुखा नु तू

हर बात को तुम भूलो भले, माँ बाप मत भूलना। उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना॥ धरती

पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया। घर अजमल अवतार लियो लाछां सुगणा करे थारी आरती। हरजी भाटी चंवर ढोले।

सज धज कर जिस दिन मौत की सैहजादी आएगी, न सोना काम आएगा न चांदी आएगी , यदि छोटा तू

इक हाथ कांडी इक हाथ गुनियाँ दुनिया ले रोजगार सी चुनियाँ, जात पात दा फर्क कोई न सब नु कंडे,

कबीरा सोया क्या करे ? बैठा रहू अरु जाग जिनके संग ते बिछलों वाही ते संग लाग ज्यों तिल माही

जब तू ही तू है सबमें बसा फिर कौन भला और कौन बुरा। हर चीज में जलवा तेरा ही मुझे

दुनिया के जमले में फस कर हम असल ठिकाना भूल गये, जो वादा करके आये थे सब कॉल निभाना भूल

तेरे जीवन में ना आएंगे कभी वो जाने के बाद जीवन भर साथ चलेंगी उनकी दुआ हर पल तेरे साथ