आरती नागोवाली माँ की
ॐ जय नागोवाली, मैया जय नागोवाली॥ जो भी दर पे आये, जाए ना खाली॥ ॐ जय नागोवाली॥ तिरुमलगिरी मैं बन्यो
ॐ जय नागोवाली, मैया जय नागोवाली॥ जो भी दर पे आये, जाए ना खाली॥ ॐ जय नागोवाली॥ तिरुमलगिरी मैं बन्यो
कसो तज्यो रे लाडिला भइया रे मख कसो तज्यो लाडिला मनरंग अपराध किना भइया रे मख कसो तज्यो लाडिला मारग
एक तू ही भरोसा एक तू ही सहारा, इस तेरे जहां में नहीं कोई हमारा, ईश्वर या आल्हा ये पुकार
ये मिलते नहीं दोबारा रे, करो मात पिता की सेवा, मात पिता हो रूप हरी का, मात पिता हो रूप
सारे जहाँ के मालिक तेरा ही आसरा है, राजी हैं हम उसी में जिस में तेरी रजा है, सारे जहाँ
सिंगाजी न लियो अवतार अमर आसी करणी , अमर आसी करणी जेख रेवा खिलाव गोद सदा सुख करणी लियो जनम
सखी म्हारो कुण हुयो जो अपराध घर आया साजन रूठी गया हो सखी मन दिवला सी दीवलो कभी नही बाल्यो
कलजुग म रे तारणहार देव म्हारो भिलट रहयो गाजी रे सच्चा मन सी जेन सुमरयो पल म ओकी फेरी दी
कुंभ की महिमा जान ले, धूल जायेगे पाप तेरे, कुंभ की महिमा जान ले, कुंभ मेले में जो भी आया
पीपासर रा राज बीरा जग में परचा भारी, भगता रे बेगा आओ म्हारा जम्भेश्वर अवतारी, जिला जोधपुर गाँव पीपासर आप