
जान कढ़ लई आ बेईमान
जान कढ़ लई आ बेईमान जान वाली गल कर के, खबरे क्यों दर लगदा ना रह जावा दिल फड़ के,

जान कढ़ लई आ बेईमान जान वाली गल कर के, खबरे क्यों दर लगदा ना रह जावा दिल फड़ के,

अपने चरणों की भक्ति भगवान् मुझे दे दो । मैं भुला हुआ राही, नहीं कोई सहारा है । मझदार में

तुम्हारी मोहब्बत की रोशनी से हुए उजाले ओ बाबा ऐसे, आई बहारे जीवन में मेरे है प्यारे हम भी तो

यार दी दीवानी सरकार दी दीवानी, मैं कोजी मेरे काम भी कोजे करा नवाज न रखड़ी रोजे, मैं रंग मुरशद

छोटी सी उमरिया में मीरा बाई नै हरी मिल्या जी आज मीरा नै मिलगयो – मिलगयो गाया रो ग्वाल साधारी

ॐ सुखकंद से सच्चिदानन्द से याचना है, श्रेय पथ पर चले कामना है. श्रेय पथ पर चले कामना है. कृत

करता रहूँ गुणगान मुझे दो ऐसा वरदान तेरा नाम ही लेते लेते मेरे तन से निकले प्राण तेरी दया से

भूलो न भूलो न भूलो न प्रभु याद रहे, सुख में रहे या दुःख में जैसा भी हाल होगा, चाहे

अपनी जन्नत को खुदा के लिए दोज़क न बना, अपने माँ बाप का तू दिल ना दुखा दिल ना दुखा,

सदा सुहागन नारी का ये व्रत है बड़ा महान, इस व्रत से ही पति व्रता नारी की है पहचान, करवा