
मोको लाग्यो रे सतसंगी थारो भाग जाग्यो रे
मोको लाग्यो रे सतसंगी , थारो भाग जाग्यो रे मौको लाग्यों रे गली गली हरी चर्चा होवे , जाणो सतगुरु

मोको लाग्यो रे सतसंगी , थारो भाग जाग्यो रे मौको लाग्यों रे गली गली हरी चर्चा होवे , जाणो सतगुरु

संगता आइयाचल के दरबार, बेडा कर देयो सब दा पार, दाता अपने रंग च मेनू रंग लै, झूठे रंग दुनिया

एह हवा तू कहा जा रही है, मुझे मेरे कान्हा की याद आ रही है कोयल भी बोलती है पपीहा

झुंझुनू में प्यारा पंच देव दरबार है, सारी दुनिया में इसकी जय जैकार है, झुंझुनू में प्यारा पंच देव दरबार

शारदे शारदे वर दे मां ऐसा एक युग मे तो क्या किसी युग में दिया हो न जैसे।। शारदे………

भगवान तुम्हारे चरणो में जब प्यार किसी का हो जाए । दो चार की फिर तो बात ही क्या संसार

दिव्य उस भारत की परछाइयों मे साया बन के चल रहे है नरेंद्र मोदी सुर वीरो से जो चलते जा

इक बार उढ़ा कर तो देख चुनरी बदलेगी किस्मत की लेख चुनरी हलकी भारी की तू चिंता मिटा दे जैसी

जीवे मस्ती बंदी मस्ता दी, जे मोरा मस्त लगोंदे ना, पूछना सी कइने नकोदर नू ये लड़ी साई आउंदे न

पग पग पोरो पाप रो कलयुग में क्युं तड़पावो रात में कुरनावे साँवरा मोरिया नींद बैरण नहीं आय श्री हरि