
माँवा ठण्डीयाँ छाँवा आखण तती हवा ना लगे
आखण तती हवा ना लगे मै लाल तो सदके जाँवा माँवा ठण्डीयाँ छाँवा सदा भला बचिया दा चाहवे दुःख सेह

आखण तती हवा ना लगे मै लाल तो सदके जाँवा माँवा ठण्डीयाँ छाँवा सदा भला बचिया दा चाहवे दुःख सेह

ज़रा बँसी बजा दो मनमोहन, हम आरती करने आए हैं ll मेरे हाथ में अगर कपूर बाती , हम ज्योत

करोना की विदाई तेरे घर रहने में है , तेरे अपनों की भलाई तेरे घर रहने में है, तू अभी

जब जब बहार आई और फूल मुस्कुराए मुझे तुम याद आए जब जब भी चाँद निकला और तारें जगमगाए मुझे

तूही मेरा पुत्त ऐ तू ही मेरी धी नी लग जे उम्र मेरी जुग जुग जी नी कॉलज चे दाखला

संतों गगन मंडल करो वासा , यहाँ देखो अज़ब तमाशा, घर मेरो गगन सुरति मेरो चोखा, चेतन चवर धुलावे, इंग्ला

जो मात पिता को न पूजे, उसका जीवन बेकार है, मात पिता से बढ़कर जग में, कोई तीरथ न धाम

जरा तारों से तारे मिलाके तो देख, ज़रा मोहन को दिल से बुला के तो देख, प्रभु खिचे हुए बंधे

गोदा जी का धाम बड़ा प्यारा मिल गया सहारा आके यह रे, बाबा से मिले है सहारा अजब है नजारा

अपने सपने तोड़ के पापा पुरे मेरे करते है, इन सपनो की कीमत क्या है ये हम न समझते है,