प्रेम तत्व
श्री राधा कितना सुंदर भाव है प्रेम ॥संसार में प्रेम को सर्वाधिक मधुर भावना माना जाता है ॥ जबकी संसार
श्री राधा कितना सुंदर भाव है प्रेम ॥संसार में प्रेम को सर्वाधिक मधुर भावना माना जाता है ॥ जबकी संसार
एक दिन द्वारिका में ,मीरा एक ऐसे दुखी व्यक्ति जो पुत्र की मृत्यु के पश्चात हताश हो सन्यास लेना चाहता
. “सबसे बड़ा भक्त” एक बार अर्जुन को अहंकार हो गया कि वही भगवान् का सबसे बड़ा भक्त है।
मुझे नही पता था, की जिंदगी को कैसे जिया जाता है, जैसे सब लोग खाना पीना सोना घूमना फिरना ये
बचपन से आप सुनते आये होंगे कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा, तब-तब भगवान ने किसी ना किसी रूप में
स्वामी राम सुख दास जी महाराज जी कहते है जिस समय मृत्यु आयेगी उस समय स्नेह रखने वाले रो देंगे
सखी का स्वामी शरीर से ऊपर है। कृष्ण कृष्ण भजते हुए गोपी कृष्ण बन जाती है। वह हर क्षण परमात्मा
(एक भक्त ऐसा भी जिनके कार्य हेतु स्वयं भगवान् को 52 बार प्रकट होकर कार्य पूर्ण हेतु आना पड़ा )
गुजराती साहित्य के आदि कवि संत नरसी मेहता का जन्म 1414 ई. में जूनागढ़ के निकट तलाजा ग्राम में एक
|| श्री हरि: || व्रजराज भगवान् श्रीकृष्ण के प्रति अनन्य प्रेम होने में ही इस जीवन की सार्थकता है |