राम चरित्र दीपावली विशेष ( मनन ) कथा ।।*
श्री सियावर रामचन्द्रजी की जय दीपावली के दिन अयोध्या के राजा श्री रामचंद्रजी अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात
श्री सियावर रामचन्द्रजी की जय दीपावली के दिन अयोध्या के राजा श्री रामचंद्रजी अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात
पुराणों के अनुसार, छठ पूजा की शुरूआत रामायण काल में हुई थी। रावण का वध कर जब भगवान श्री राम
आज हम इस लेख में बात करेंगे छठ पूजा के बारे में, और जानेंगे कि क्या होती है छठ पूजा?
आजु मैं गाइ चरावन जैहौं।बृन्दावन के भाँति भाँति फलअपने कर मैं खैहौं ।ऐसी बात कहौ जनि बारे,देखौ अपनी भाँति।तनक तनक
सूखे भोगे जो कथा सुने विश्वास सताइसवां अध्याय लिखे यह दास* *पार्षदों ने कहा: –* एक दिन की बात है,
सुख भोगे जो कथा सुने विश्वास छबीसवां अध्याय लिखे यह दास *नारद जी बोले :–* इस प्रकार विष्णु पार्षदों के
भगवान ने जब छठे वर्ष की आयु में प्रवेश किया तब एक दिन भगवान माता यशोदा से बोले- मैय्या अब
एक बार राधा जी सखी से बोलीं–‘सखी ! तुम श्री कृष्ण की प्रसन्नता के लिए किसी देवता की ऐसी पूजा
जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय व्याप्त होती है उसी दिन प्रदोष का व्रत किया जाता
. गोपाष्टमी, ब्रज में भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है। गायों की रक्षा करने के कारण भगवान श्री कृष्ण