आरती तुलसी माता
जय जय तुलसी मातासब जग की सुख दाता, वर दाताजय जय तुलसी माता सब योगो के ऊपर, सब रोगों
जय जय तुलसी मातासब जग की सुख दाता, वर दाताजय जय तुलसी माता सब योगो के ऊपर, सब रोगों
आरती श्री रामायण जी की कीरति कलित ललित सिय पी की। गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद बाल्मीक विग्यान बिशारद। शुक सनकादि