
नानक ने ओंकार की ध्वनि की
एक फकीर नानक के पास आया और उसने कहा कि मैंने सुना है कि तुम चाहो तो क्षण में मुझे

एक फकीर नानक के पास आया और उसने कहा कि मैंने सुना है कि तुम चाहो तो क्षण में मुझे

स्मिता… लॉकर्स की चाबी कहां है?” भावेश ने सख्त लहजे में पूछा। स्मिता बोली, आज अचानक आपको लॉकर्स की चाबी

स्मिता… लॉकर्स की चाबी कहां है?” भावेश ने सख्त लहजे में पूछा। स्मिता बोली, आज अचानक आपको लॉकर्स की चाबी

प्रसिद्ध झेन फकीर नानिन के पास एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने जाकर प्रार्थना की कि, मुझे ईश्वर के संबंध में

बहुत समय पहले की बात है। पुरी से बहुत दूर एक गांव में विदुर नाम का एक गरीब किसान रहता

श्रीरामचरितमानस- सुंदरकाण्ड दोहा चौपाई-जामवंत कह सुनु रघुराया।जा पर नाथ करहु तुम्ह दाया।। ताहि सदा सुभ कुसल निरंतर।सुर नर मुनि प्रसन्न

एक बादशाह सर्दियों की शाम जब अपने महल में दाखिल हो रहा था तो एक बूढ़े दरबान को देखा जो

मंगला गौरी स्तोत्र देवी पार्वती जी के मंगलमयी स्वरूप- मंगला गौरी- को समर्पित एक अत्यंत शक्तिशाली और मंगलकारी स्तोत्र है।

श्रीरामचरित मानस (बालकाण्ड) दोहा-बिप्रकाजु करि बंधु दोउ मग मुनिबधू उधारि।आए देखन चापमख सुनि हरषीं सब नारि।। दोनों भाई ब्राह्मण विश्वामित्र

अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट रघु ने ही ‘रघुकुल’ या ‘रघुवंश’ की नींव रखी थी। रघुकुल अपने सत्य, तप, मर्यादा, वचन