
“अनोखी गुरुदक्षिणा”
. महर्षि अगस्त्यजी के शिष्य सुतीक्ष्ण गुरु-आश्रम में रहकर अध्ययन करते थे। विद्याध्ययन समाप्त होने पर एक दिन गुरूजी

. महर्षि अगस्त्यजी के शिष्य सुतीक्ष्ण गुरु-आश्रम में रहकर अध्ययन करते थे। विद्याध्ययन समाप्त होने पर एक दिन गुरूजी

ॐ काशी खण्डोक्त पंञ्क्रोशात्मक ज्योतिर्लिंग धार्मिक तीर्थयात्रा ॐ प्राचीन काल में यह विदेह राज्य की राजधानी थी। विदेह राज्य के

यक्ष द्वारा युधिष्ठिर से पूछे गए प्रश्न।व्यास उज्जैन-से 1- सूर्य किस की आज्ञा से उदित होता है?👉#ब्रह्मा। 2- विपत्ति में

चक्रव्यूह या पद्मव्यूह हिंदू युद्ध शास्त्रों मे वर्णितअनेक व्यूहों (सैन्य-संरचना) में से एक है।**चक्रव्यूह एक बहु-स्तरीय रक्षात्मक सैन्य संरचना है

पिछले कई दिवसों से धर्म और धर्मशीलता के विषय पर चर्चा चिन्तन हो रहा है ये सारा चिंतन धर्म रथ

भगवान राम ने विभीषण जी का संशय दूर करने के लिए पूरे धर्म रथ का सन्तो ने किस प्रकार से

हमारे आस पास रहने वाले हर इन्सान, प्रकृति से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता हैं, हमें प्रेरित करते हैं,

” क्या तुम नहीं देखते कि आधी आयु तो नींद से ही नष्ट हो जाती है??? और कुछ आयु भोजन

हरि ॐ तत् सत् जय सच्चिदानंद 🌹🙏 बिना श्रद्धा के विस्वास नही, विस्वास के बिना भक्ति नहीं,भक्ति के बिना प्रेम

श्री राम निर्गुण और सगुण मे कोई भेद नहींवह निर्गुण ब्रह्म ही भक्तों के प्रेम के वशीभूत हो कर अधर्मियों